माँ शब्द है अनोखा
जिसमे हर पल जी करता है खोना
याद है मुझे वो तेरा पहला स्पर्श
तेरे आँचल से लिपटकर
गुज़ारा मैंने अपना बचपन हंसकर
याद है मुझे
जब बचपन के बाद
रखा अपना कदम स्कूल में
वाहा भी पाया तेरा साथ हंसकर
याद है मुझे वो पहली पिटाई
होमेवोर्क न करने पर अछे से धुलाई
और फिर मै बन गयी टॉप लिस्टर
कुछ और बड़ी हुयी फिर मै
दोस्तों का साथ मिला
पल भर के लिए तुझसे
मै दूर हुयी
पर जिस दिन खोजा मैंने सच्चा दोस्त
पाया मैंने तुझे ही अपने करीब
तेरी ममता में हुयी न कमी बिलकुल भी
पाया तुझे ही मेरा दोस्त सही
बच्चों का क्या है
तुझे सताते हैं , रुलाते हैं
दूध क्या आंसू कि कीमत नहीं चुकाते हैं
पर तू , मेरी माँ
सब कुछ माफ़ किया तुने
सबसे ज्यादा प्यार दिया तुने
तेरी ममता ही मेरी
ज़िन्दगी के हर पन्ने में है
तेरी ममता है अनमोल
जिसका नहीं है कोई तोल
मेरी माँ जाना नहीं तू दूर मुझसे
यही अंतिम इच्छा है तुझसे. !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
@Nidhi................