माँ शब्द है अनोखा
जिसमे हर पल जी करता है खोना
याद है मुझे वो तेरा पहला स्पर्श
तेरे आँचल से लिपटकर
गुज़ारा मैंने अपना बचपन हंसकर
याद है मुझे
जब बचपन के बाद
रखा अपना कदम स्कूल में
वाहा भी पाया तेरा साथ हंसकर
याद है मुझे वो पहली पिटाई
होमेवोर्क न करने पर अछे से धुलाई
और फिर मै बन गयी टॉप लिस्टर
कुछ और बड़ी हुयी फिर मै
दोस्तों का साथ मिला
पल भर के लिए तुझसे
मै दूर हुयी
पर जिस दिन खोजा मैंने सच्चा दोस्त
पाया मैंने तुझे ही अपने करीब
तेरी ममता में हुयी न कमी बिलकुल भी
पाया तुझे ही मेरा दोस्त सही
बच्चों का क्या है
तुझे सताते हैं , रुलाते हैं
दूध क्या आंसू कि कीमत नहीं चुकाते हैं
पर तू , मेरी माँ
सब कुछ माफ़ किया तुने
सबसे ज्यादा प्यार दिया तुने
तेरी ममता ही मेरी
ज़िन्दगी के हर पन्ने में है
तेरी ममता है अनमोल
जिसका नहीं है कोई तोल
मेरी माँ जाना नहीं तू दूर मुझसे
यही अंतिम इच्छा है तुझसे. !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
@Nidhi................
yaar its awsumm...... gud job
ReplyDeletelove it... keep it up!!!! :)
sis...its mind-blowing ......hv no words for that.....jiska title hi ho.....maa...
ReplyDeletegud job..........keep it up!!!!!!!!!!!!!!!!
keep it up sis:-))
ReplyDeletethnxs:-))to all for ur feedback.
ReplyDeleteAwesome, keep writing :)
ReplyDeleteRegards
Prabhakar
@ thnxs a lot for ur feedback ....
ReplyDeletevry heart touching......
ReplyDeletewow.....kya bat he.its lovely
ReplyDelete@thnxs for ur feedback rainy mam nd narender
ReplyDeleteवाह निधी जी....लिखने लगे हो काफ़ी खूब और सुंदर......माँ क़ी ममता का बखान करती हुई पंक्तिया दिल को छू गयी.......चाहत है रचना मे....तड़फ़ है ना बिछड़ने क़ी.....कबीले-ए तारीफ रचना.....बधाई हो.............
ReplyDelete@thnxs for ur lovely feedback.......
ReplyDeletethats good, nice touching line about MAA.
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